मै नही कर सकती तुमसे प्यार
ऐ मेरे तलबगार।
कह चुका है मेरा दिल तुमसे
यह न जाने कई बार ।
रोक दे अपने ख़यालों को
मेरे करीब आने से,
क्या मिलेगा तुझे
इस तरह अपना दिल जलाने से ?
फिर भी अगर तू करना चाहता है मुझसे प्यार,
क्यों की बस नही तुम्हारा तुम पर
तो कुछ ऐसा कर ऐ मेरे दीवाने,
के फक्र हो मुझे ख़ुद पर ।
mitra kay gajhal lihili aahes tu......
ReplyDeletejiv gheshil re.........badhiya mast
majha e mail.....theater1@indiatimes.com